Dr. Rashmi Singh : एडीएचडी (ADHD) शिशु के लिए समस्या भी है और वरदान भी

  ADHD एक मनोवैज्ञानिक समस्या है.अक्सर यह बच्चों में देखी जाती है लेकिन जागरूकता के अभाव में इसे अनदेखा कर दिया जाता है. क्या आपके बच्चे को किसी काम में ध्यान लगाने में कठिनाई महसूस होती है? क्या उसे एक ही जगह पर टिक के रहने में परेशानी होती है? क्या उसके व्यव्हार में असावधानी, हाइपरएक्टविटी और आवेग शामिल हैं। यदि उसे यह समस्याएं हैं और आपको लगता है कि यह उसके दैनिक जीवन को नकारात्मक रूप से प्रभावित कर रही हैं, तो यह Attention deficit hyperactivity disorder (ADHD) का संकेत हो सकता है। लेकिन थोड़े समझ के साथ आप एडीएचडी (ADHD) से पीड़ित बच्चों को व्याहारिक तौर पे बेहतर बना सकते हैं।एडीएचडी (ADHD) शिशु के लिए समस्या भी है और वरदान भी। एडीएचडी (ADHD) बच्चे में उर्जा का भंडार होता है। यही वजह है की वे अपनी उर्जा को किसी एक दिशा में केन्द्रित नहीं कर पाते हैं। मगर, सही मार्गदर्शन में एडीएचडी (ADHD) से पीड़ित बच्चा अपने जीवन में बहुत अधिक सफलता प्राप्त कर सकते हैं।आप को ताजुब होगा यह जान कर के की बहुत से ख्याति प्राप्त और अत्याधिक सफल उधमी कभी बचपन में एडीएचडी (ADHD) से पीड़ित थे। Attention defic

NIPM RIPM नैनीताल : बेस्ट पैरामेडिकल इंस्टीट्यूट, बड़े अस्पतालों में नौकरी का सुनहरा अवसर



अगर आप डॉक्टर बनना चाहते थे और आपका ये सपना अधूरा रह गया है तो फिक्र की कोई बात नहीं. आप मेडिकल फील्ड से जुड़ना है तो आप पैरामेडिकल की फील्ड में भी जा सकते हैं. पैरामेडिकल मेडिकल साइंस फील्ड से जुड़ा क्षेत्र है.
एक विज्ञान जो पूर्व-अस्पताल के आपातकालीन सेवाओं से संबंधित है, उसे पैरामेडिकल साइंस कहा जाता है। और इस क्षेत्र में काम करने वाले व्यक्ति को एक सहायक चिकित्सक के रूप में संदर्भित किया जाता है। व्हाट इस पैरामेडिकल। इसका जबीव आज हम आपको देगें। जो उम्मीदवार पैरामेडिकल में करियर बनाना चाहते हैं उनको बता दें कि पैरामेडिकल विज्ञान के क्षेत्र में काम के प्रमुख क्षेत्रों में रीढ़ की हड्डी में चोट प्रबंधन, फ्रैक्चर प्रबंधन, प्रसूति, जलने और मूल्यांकन के प्रबंधन, और सामान्य दुर्घटना के दृश्य का मूल्यांकन करते हैं। कुशल परामर्श विशेषज्ञों की बढ़ती मांग ने युवा उम्मीदवारों के लिए कई कैरियर के अवसर खोले हैं। कई पैरामेडिकल संस्थान डिग्री-और डिप्लोमा स्तर पर पैरा-मेडिसिन के क्षेत्र में पाठ्यक्रम प्रदान करते हैं।
भारत में कई पैरामेडिकल कॉलेज हैं, जो स्नातक डिग्री के क्षेत्र में और स्नातक डिग्री और डिप्लोमा स्तर पर पाठ्यक्रम प्रदान करते हैं। पात्रता के बारे में बात करते हुए, किसी को मान्यता प्राप्त बोर्ड / विश्वविद्यालय से विज्ञान धारा के साथ 10 + 2 का स्तर पारित करना होगा।
पैरामेडिकल नौकरियाँ
पैरामेडिकल कोर्स करने के बाद अभ्यार्थी पैरामेडिकल नौकरियों के बारे में भी जानना चाहते हैं। डिप्लोमा या प्रमाण पत्र एमएलटी कोर्स पूरा करने के बाद, कोई अस्पताल, क्लीनिक, सार्वजनिक स्वास्थ्य केंद्र या वाणिज्यिक प्रयोगशालाओं में चिकित्सा प्रयोगशालाओं में प्रयोगशाला तकनीशियन या सहायक के रूप में काम कर सकता है।
इसके अलावा अन्य अवसर में शामिल हैं-
सरकारी अस्पताल
निजी अस्पताल
इन-हाउस लैब के साथ क्लिनिक
वाणिज्यिक लैब्स
सार्वजनिक स्वास्थ्य केंद्र
 पैरामेडिकल करने का बाद आपकी सैलरी अापके द्वारा किए गए कोर्स और आपके अनुभव, आपकी स्किल्स और अर्गनाइजेसन पर निर्भर करता है। आपका सैलरी पैकेज 2,00,00 से 5,00,00 प्रति महिना तक हो सकता है। अलग अलग जॉब की सैलरी अलग अलग होती है।