Dr. Rashmi Singh : एडीएचडी (ADHD) शिशु के लिए समस्या भी है और वरदान भी

  ADHD एक मनोवैज्ञानिक समस्या है.अक्सर यह बच्चों में देखी जाती है लेकिन जागरूकता के अभाव में इसे अनदेखा कर दिया जाता है. क्या आपके बच्चे को किसी काम में ध्यान लगाने में कठिनाई महसूस होती है? क्या उसे एक ही जगह पर टिक के रहने में परेशानी होती है? क्या उसके व्यव्हार में असावधानी, हाइपरएक्टविटी और आवेग शामिल हैं। यदि उसे यह समस्याएं हैं और आपको लगता है कि यह उसके दैनिक जीवन को नकारात्मक रूप से प्रभावित कर रही हैं, तो यह Attention deficit hyperactivity disorder (ADHD) का संकेत हो सकता है। लेकिन थोड़े समझ के साथ आप एडीएचडी (ADHD) से पीड़ित बच्चों को व्याहारिक तौर पे बेहतर बना सकते हैं।एडीएचडी (ADHD) शिशु के लिए समस्या भी है और वरदान भी। एडीएचडी (ADHD) बच्चे में उर्जा का भंडार होता है। यही वजह है की वे अपनी उर्जा को किसी एक दिशा में केन्द्रित नहीं कर पाते हैं। मगर, सही मार्गदर्शन में एडीएचडी (ADHD) से पीड़ित बच्चा अपने जीवन में बहुत अधिक सफलता प्राप्त कर सकते हैं।आप को ताजुब होगा यह जान कर के की बहुत से ख्याति प्राप्त और अत्याधिक सफल उधमी कभी बचपन में एडीएचडी (ADHD) से पीड़ित थे। Attention defic

बागेश्वर : पुलिस प्रशासन और विधायक चन्दन राम दास की जुगलबंदी से रिकॉर्ड तोड़ अवैध शराब तस्करों की गिरप्तारी

 

एक सियासी शिगूफा है " जब आपका विपक्षी विकास कार्यों के मसलें पर आपसे आगे निकल जाए, तो उसकी 'छवि' को धूमिल करिए.तस्करी अवैध शराब जैसे असामाजिक कार्यों से उसका लिंक खंगालिए.इसी राजनीतिक शिगूफे का शिकार हो गये है बागेश्वर से तीन बार से लगातार जनवादी विकासवादी विधायक चन्दन राम दास.चंदन राम दास अपने जनमिलनसार और आत्मीयता पूर्ण व्यवहार के लिए जनमानस में बेहद लोकप्रिय है.यहीं बात उनके विपक्षियों को हज़म नहीं हो रहीं है.इसलिए आये दिन उनका लिंक किसी न किसी अवैध कार्य के साथ जोड़ देते है.बीते दिनों बागेश्वर में "अवैध शराब तस्करी" में पकडे गये युवक के साथ उनका कनेक्शन विपक्षियों ने वाइरल करवाया.जबकि वहीँ युवक पूर्व कांग्रेसी निकला.असल में बागेश्वर में हर जगह विकास कार्यों की धूम है.चाहे वह शिक्षा का मसला हो या पेयजल.या अन्य विकास कार्य.चन्दन राम दास निरंतर जनमानस के कार्यो को कर रहे है.चौथी बार भी विपक्षियों की सत्ता से बेदखली की सम्भावना  उन्हें रास नहीं आ रही है.गौरतलब है कि बागेश्वर में बीजेपी सरकार के सत्ता में आने के बाद से शराब की तस्करी कम हुई है.जो इस कार्य में संलिप्त है उन्हें पुलिस पकड़ से बच पाना मुश्किल हो रहा है.विगत कुछ वर्षों में अवैध शराब की तस्करी में बागेश्वर में रिकॉर्ड तोड़ तस्करों की गिरप्तारी हुई है.यह प्रशासन और स्थानीय विधायक की सफलता ही है.असल में बागेश्वर विधायक शराब बंदी को लेकर बेहद गंभीर है .इसके लिए वह विधानसभा सत्र में भी लड़ाई लड़ चुके है.जनपद में अवैध शराब और वन्यजीव तस्करी पर विधायक और प्रशासन की सख्ती को देख विपक्षी मन मसोकर रह गए है.इसलिए आये दिन स्थानीय विधायक की छवि को धूमिल करने के लिए सोशल मीडिया ट्रायल कर रहे है.लेकिन विधायक  पुत्र गौरव दास ने आखिरी चेतावनी के साथ विपक्षियों को अगली दफा बगैर ठोस तःथ्य के छवि से खिलवाड़ करने पर वैधानिक करवाई के लिए चेताया है.