Dr. Rashmi Singh : एडीएचडी (ADHD) शिशु के लिए समस्या भी है और वरदान भी

  ADHD एक मनोवैज्ञानिक समस्या है.अक्सर यह बच्चों में देखी जाती है लेकिन जागरूकता के अभाव में इसे अनदेखा कर दिया जाता है. क्या आपके बच्चे को किसी काम में ध्यान लगाने में कठिनाई महसूस होती है? क्या उसे एक ही जगह पर टिक के रहने में परेशानी होती है? क्या उसके व्यव्हार में असावधानी, हाइपरएक्टविटी और आवेग शामिल हैं। यदि उसे यह समस्याएं हैं और आपको लगता है कि यह उसके दैनिक जीवन को नकारात्मक रूप से प्रभावित कर रही हैं, तो यह Attention deficit hyperactivity disorder (ADHD) का संकेत हो सकता है। लेकिन थोड़े समझ के साथ आप एडीएचडी (ADHD) से पीड़ित बच्चों को व्याहारिक तौर पे बेहतर बना सकते हैं।एडीएचडी (ADHD) शिशु के लिए समस्या भी है और वरदान भी। एडीएचडी (ADHD) बच्चे में उर्जा का भंडार होता है। यही वजह है की वे अपनी उर्जा को किसी एक दिशा में केन्द्रित नहीं कर पाते हैं। मगर, सही मार्गदर्शन में एडीएचडी (ADHD) से पीड़ित बच्चा अपने जीवन में बहुत अधिक सफलता प्राप्त कर सकते हैं।आप को ताजुब होगा यह जान कर के की बहुत से ख्याति प्राप्त और अत्याधिक सफल उधमी कभी बचपन में एडीएचडी (ADHD) से पीड़ित थे। Attention defic

खबर बागेश्वर : महामारी में विधायक चन्दन राम का मजबूत "जन सुरक्षा तंत्र"

जिले में कोरोना संक्रमण के निरंतर बढते मामलों को ध्यान में रखते हुए कोरोना वायरस से संक्रमित व्यक्तियों के बेहतर से बेहतर चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराये जाने हेतु जिला चिकित्सालय एवं महाविद्यालय में बनायें गयें कोविड केयर सेंटर के अतिरिक्त महाविद्यालय के हॉल में अतिरिक्त 50 बेडों हेतु व्यवस्था की गई है।।

जिले में कोरोना संक्रमण के बढते मामलो को ध्यान में रखते जिला चिकित्सालय/कोविड चिकित्सालय में अब 70 बेडों की व्यवस्था की गयी है, अतिरिक्त तैयार कियें गए है।। जिला चिकित्सालय के 44 बेडों में पहले से ही ऑक्सीजन की सप्लाई पाईप लाईन के माध्यम से की जा रही है, जिससे भर्ती मरीजों को किसी भी प्रकार की परेशानी नहीं होगी।
महाविद्यालय में बनायें गयें कोविड केयर सेंटर में पूर्व में ही 50 बेड तैयार कियें गये है, 50 बेड और अतिरिक्त तैयार किये जा रहें है, 100 बेडो की क्षमता वाले महाविद्यालय कोविड केयर सेंटर में आने वाले मरीजो को बेहतर चिकित्सा सुविधा उपलब्ध हो पायेगी।
वर्तमान में जनपद में ऑक्सीजन की व्यवस्था सुचारू चल रही हैं, इस व्यवस्था को और अधिक सुदृढ करने के लिए 25 और अतिरिक्त सिंलिडर उपलब्ध हुए हैं। जिले में ऑक्सीजन की किसी प्रकार से कमी न हो, इसको ध्यान में रखते हुए 50 ऑक्सीजन कंसन्टे्रटर व 50 ऑक्सीजन जंबो सिंलिडरों की अतिरिक्त मांग की गयी हैं, इसके साथ ही जनपद में ऑक्सीजन जेनरेशन प्लांट लागने के लिए कार्यवाही गतिमान है, जिसके लिए वेंडर्स का चयन कर इसके लिए कोटेशन भी आमंत्रित कियें गयें हैं।
जिला अधिकारी श्री विनीत कुमार जी से वार्ता कर जिले में कोविड मरीजों के उपचार हेतु बेहतर सुविधा को सुनिश्चित कराने के दृष्टिगत जनपद में 05 नये वेंटिलेटर भी मगवायें गये है इस प्रकार जनपद में पूर्व में स्थापित 04 एवं नवीन 05 वेंटिलेटर को मिलाते हुए 09 वेंटिलेटरों की व्यवस्था हो जाएगी।।
जिलाधिकारी श्री विनीत कुमार जी से 06 नये आर्इसीयू बैड स्थापित करने के लिए भी बात हुई है। इससे पूर्व में स्थापित आर्इसीयू बैड के अतिरिक्त नवीन आर्इसीयू बैड स्थापित होने से जनपद में मरीजों का बेहतर चिकित्सीय उपचार संभव हो सकेगा।